Ticker

4/recent/ticker-posts

एमपी बोर्ड कक्षा 10वीं के बाद कौन सा विषय ले ?

दसवीं के बाद विषय चुनना :-

दसवीं के बाद विद्यार्थियों के अपना आगे अध्ययन को लेकर मन में कई सारे विचार आते रहते हैं | परंतु विद्यार्थी जानकारी के अभाव में, सही जानकारी पता न होने के कारण वह अन्य विषय को ले लेते हैं | इसके बाद आने वाले भविष्य में उनको शिक्षा संबंधित कई सारी कठिनाइयां और अन्य सभी समस्याओं का सामना करना पड़ता है | चाहे वह अपने अध्ययन को लेकर या फिर अपने करियर को लेकर | तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि कक्षा दसवीं के बाद आप ऐसा कौन सा विषय लेने जिसको यदि आप अपने आने वाले समय में अध्ययन करते हैं तो उससे आपको अधिक से अधिक लाभ मिले | तो सभी विद्यार्थियों को यह आर्टिकल शुरू से लेकर बिल्कुल आखिर तक देखना है और पढ़ना है | जिससे आप भी कक्षा दसवीं के बाद सही विषय का चुनाव करके अपना सही करियर बना सके|


कक्षा दसवीं के बाद कौन सा विषय ले, एमपी बोर्ड कक्षा दसवीं के बाद कौन सा विषय ले, 10th के बाद कौन सा विषय ले, 11वीं में कौन सा विषय ले

दूसरों को देखकर विषय चुनना :-

अधिकांश विद्यार्थी अपने मित्र को देखकर जो विषय वह कक्षा ग्यारहवीं में लेता है और वही वह विषय ले लेते हैं, वह यहां पर ना ही अपनी रुचि को देखते हैं और इसी के साथ-साथ ना ही अपने आने वाले करियर को ध्यान में रखते हैं | यदि वह विद्यार्थी वह विषय जो उसका मित्र लिया होता है, आगे आने वाले समय में उसे अध्ययन करने में कई प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है, क्योंकि वह उसके दिमाग से बिल्कुल बाहर निकल जाता है | और कुछ भी समझ में नहीं आता है, इसके बाद फिर वह पास होने के लिए उसे रट लेता है, इसके बाद होता क्या है कि उसे उस विषय के बारे में बिल्कुल भी नॉलेज नहीं होती है | यदि उसे ही विषय से अगर कोई शिक्षक घुमाकर प्रश्न पूछ लेता है, तो फिर वह उसका जवाब नहीं दे पता है | सीधी सीधी बात यह है कि आने वाले समय में वह उस विषय में अपना कैरियर नहीं बन पाता है | और आखिर में वह बेरोजगार हो जाता है |

अपनी रुचि को देखकर विषय का करें चुनाव:-

बहुत सारे विद्यार्थी जानकारी के अभाव में ठीक इसी के साथ-साथ शिक्षा का वातावरण ना होने के कारण और अपनी रुचि को ना देखते हुए किसी भी विषय का चुनाव कर लेते हैं | अब वह जब अपना अध्ययन करने को होते हैं या फिर शिक्षक उन्हें समझाते हैं, तो विद्यार्थी समझने की भी कोशिश करता है तो उसे समझ में तो आता है, परंतु बाद में वह उसे विषय से संबंधित प्रश्नों को रटकर याद करने लगता है, पर इस टाइम होता क्या है कि यदि पेपर में एग्जामिनर प्रश्न को घुमाकर पूछ लेता है, तो प्रश्न का उत्तर याद होते हुए भी वह उसका उत्तर नहीं लिख पाता है |
अगर यही विद्यार्थी थोड़ा मानसिकता के साथ चिंतन करें और अपनी रुचि को देखते हुए आगे आने वाले समय में कार्यकर्ता है तो और इसी के साथ-साथ अपनी रुचि का विषय वह लेता है, तो उसे उसे उसका अध्ययन करने में बड़ी आसानी होती है और अध्ययन करने में प्रश्न भी बड़े ढंग से याद हो जाते हैं | जिससे आगे आने वाले समय में विद्यार्थी उसे विषय में बेहतर अंक अर्जित कर लेता है | और उसे विषय में बेहतर कैरियर बना लेता है |

करियर विकल्प को देखकर विषय का चुनाव:-

कक्षा दसवीं में विद्यार्थी कक्षा ग्यारहवीं के लिए जो भी विषय और वह लेते हैं, तो विद्यार्थियों को उसे विषय में करियर के विकल्प भी देखना जरूरी है | क्योंकि विद्यार्थी डायरेक्ट बिना सोचे समझे कक्षा 11वीं में कोई सा भी विषय ले लेते हैं | और अंत में कारणवश वह उसे विषय में कैरियर नहीं बना पाते हैं | और होता क्या है कि वह अंत में उसे कई समस्या एक गलत कदम से उठानी पड़ती है | तो विद्यार्थी अपने विवेक से उसे विषय में यह देखें की हम अपना उसमें करियर बना सकते हैं या फिर नहीं ठीक इसी के साथ-साथ आपकी मानसिकता यही होना चाहिए कि जिस विषय में अधिकांश विद्यार्थी सम्मिलित नहीं है, अर्थात ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने उसे विषय को नहीं लिया है |
यदि आप उसे विषय को लेते हैं तो उसमें आप बेहतर कैरियर बना सकते हैं | उदाहरण के तौर पर कक्षा दसवीं के बाद देखा गया है कि विद्यार्थी गणित विषय, कॉमर्स विषय और इसी के साथ-साथ आर्ट्स विषय का चुनाव करते हैं | परंतु विद्यार्थी यह नहीं देखे कि यह विषय तो सभी विद्यार्थी ले रहे हैं | हम कोई हटके विषय ले जिसे ज्यादा विद्यार्थियों ने नहीं लिया है, उदाहरण के तौर पर एग्रीकल्चर इस विषय का अन्य विषय की तुलना में कम विद्यार्थी ही चुनाव करते हैं | इसमें करियर बनाने के काफी विकल्प रहते हैं | अगर छात्र स्थिति को लेते हैं तो इसमें बेहतर कैरियर बना सकते हैं | परंतु विद्यार्थी को यहां पर भी अपनी रुचि का ध्यान अवश्य रखना है | ऐसा नहीं की इसमें आपका इंटरेस्ट नहीं है, करियर विकल्प को देखते हुए आपने यह विषय ले लिया |

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ